मानहानि

आजकल भदवि के सेक्शन 499 का प्रचुर मात्रा में उपयोग किया जा रहा है | अरे डरिये मत साहब कानून नहीं सिखाएंगे सेक्शन 499 का संबंध है मानहानि यानि Defamation से | आजकल इस क़ानून का भरपूर प्रयोग किया जा रहा है | आप को जान के आश्चर्य होगा के आजकल जिन लोगों का कोई मान नहीं है उनकी भी मानहानि होने लगी है | ये सब महिमा इसी कानून की तो है | उदाहरण के तौर पे शर्मा जी  रोज  गलियां खाने का शौक़ीन  है | उनको खाना पचाने के लिए गालियां सुनने की आदत सी है | पर रोज रोज कौन गाली देने वाला ढूंढें इसीलिए हमारे शर्मा जी ने शादी कर ली , अब रोज शाम को प्राणप्रिया पत्नी से करतल ध्वनि के साथ गालियों का आनंद लेते है | पता नहीं किस कलमुहे नासपीटे को ये बात नागवार गुजरी उसने इस कानून के बारे में शर्मा जी को बता दिया , फिर क्या शर्मा जी ने आव देखा न ताव बीवी सहित 45 लोगों पे मानहानि का मुकदमा ठोक दिया |  दुविधा ये हुई के बाकी लोग तो सहन कर गए पर बीवी तो  घर में दुर्गा का रूप लिए बैठी थी |  घर पहुँचते ही शर्मा जी को भैरो बाबा बनने में टाइम नहीं लगा | पूछिये मत साहब आलम यह है कि गली के खजैले कुत्ते को भी Doggy जी कहकर बुलाना पड़ता है , क्योंकि कुत्ता कहने पे मानहानि न समझ ले | आजकल मानहानि हर बात पे होने लगी है , जैसे की आप किसी नीच को नीच कहेंगे तो मानहानि हो जाएगी , गिर्लफ्रेंड को मिलने Time पे नहीं पहुंचे तो मानहानि हो जाएगी , अगर आपने भीड़ की अफीम (so called religion ) को कुछ कहा तो मानहानि हो जाएगी , और तो और सब्जी वाले से फ्री में धनिया मिर्ची मांगने से मानहानि हो जाएगी |
सुना है कुछ समझदार type लोग ऐसा यन्त्र बनाने की सोच रहे है जिससे आपके सामने वाले कमीने को कमीना type कुछ बोलने का सोचने तक से मानहानि हो जाएगी और व्यक्ति FIR नामक पर्ची की उल्टियां करने लगेगा | हर मोहल्ले में मानहानि clinics खुलेंगे जहाँ मानहानि पीड़ितों को संरक्षण दिया जायेगा एवं पौने पन्द्रह रुपये का नगद पारितोषित भी | अभी सुनने में आया है की न्यायालय में कुछ न्यायाधीश मानहानि के मुक़दमे सुन सुन के पक चुके है | और अगला मानहानि का मुकदमा आने पे स्वयं इन्साफ की देवी पे मानहानि का मुकदमा ठोकने की सोच रहे है | परंतु इस सेक्शन के कई फायदे भी है | इसकी वजह से ऐसे कई वकीलों को रोजगार मिला है जो की एफिडेविट बनाने को ही अपने जीवन का परम लक्ष्य समझते थे | (वकीलों का उल्लेख मानहानि करने के उद्देश्य से नहीं किया गया) | वो समय दूर नहीं जब फैमिली डॉक्टर की तर्ज पे हर घर का एक फैमिली lawyer  भी होगा जो रोज शाम को आके पूछा करेगा की "भाईलोग आज किसी की मानहानि तो नहीं हुयी है "

इस मानहानि महीना इतनी व्यापक है की अब लेखनी भी बोल रही है " बेटा रुक जा कहीं किसी की मानहानि न हो जाये... "

बचने की जुगाड़ में....



आपका अपना 
नादान परिंदा 

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