SAI HAAZIR HO........

This article is not for sentimental fanatics...views expressed here are purely personal and for recreational purpose ........(क्योंकि अभी हमको supreme court  नहीं न जाना है )

आजकल एंटरटेनमेंट चैनल्स फिर से  कुछ रोचक दिखा रहे हैं |  भाई आप विश्वास करें या न करें सो कॉल्ड भगवान ईश्वर etc. etc.  पर केस चलाया जा रहा है, और वो भी किसी छोटे मोटे court में नहीं डायरेक्ट सुप्रीम कोर्ट में|  साईं को जो लो लोग भगवान मानते है और जो नहीं मानते उन में नहीं, बल्कि उन सभी में जो कह रहे है की साईं मुस्लिम थे या हिन्दू | तो भाई हुआ यूँ की एक बार की बात है कुछ धर्म प्रेमी खाली बैठे हुये थे और ऊंघ रहे थे टाइम पास करने का कोई साधन नहीं था |  तो सोच में पड़ गए की हम खली क्यों बैठे हैं कुछ सोचना चाहिए |  तो उन लोगों ने सोचा की क्यों न इन सभी भगवानों का बायोडाटा निकला जाए और देखा जाए की इन लोगों ने ऐसे क्या तीर मारे थे |  तो सभी बेचारे भगवानो की फाइल्स निकली गयी तभी आप लोगों को जानकार हैरानी होगी की साईं बाबा नाम के एक भगवान का caste certificate गायब था |  इतना बड़ा फ्रॉड और ये इतने दिनों से भगवान बना हुआ है |  आज तो इसका फैसला हो ही जाना चाहिए तभी जाके साईं बाबा को e-mail किया गया पर कोई जवाब नहीं आया |  पर हमारे धर्मप्रेमी काम थोड़े ही हैं कहीं से साईं का नंबर कबाड़ा पर वो भी आउट ऑफ़ सर्विस था ।  फिर बेचारे धर्मप्रेमी क्या करते ङाल  दिया केस में कोर्ट अरे भाई जज लोग कौन सा कोई भारी काम करते है |  यही बता दे की साईं हिन्दू थे या मुस्लिम फिर उसी के आधार पे साईं  की भगवान की authority का फैसला किया जायेगा |  अगर सब ठीक रहा तो सही वरना उनका भगवान वाला license cancel कर दिया जायेगा और आजीवन भगवान बनने की परीक्षा में बैठने से ban कर दिया जाएगा |  हो सकता है कोई जुरमाना या कारावास भी हो जाए अरे भाई माना की कोर्ट में लाखों केस पेंडिंग है पर ये जानना भी तो जरुरी है की जिस भगवान पे हमने 30-40 रुपये की अगरबत्ती लगा दी वो था किस धर्म का था ।  नहीं तो जाके जो पैसे हमने दान पेटी में डाले  थे वो निकाल लाएं ।  भाई यहाँ भगवान का ही केस आ गया हो तो इंसानों की क्या बिसात ।  पर गलती धर्मप्रेमियों की  नहीं सरकार की है ।  अरे भाई ये आधार कार्ड का ड्रामा उस टाइम कर दिया होता तो क्या  इतना टाइम लगता बस कंप्यूटर पे कुछ क्लिक  और पता कर लो कोनसा भगवान बाबा किस धर्म या संप्रदाय का था ।  इसलिए तो ये महत्वाकांक्षी (पता नहीं कैसे) योजना शुरू की गयी थी की अब जो भी नया भगवान बनेगा उसको पेपर देने के लिए आधार कार्ड जरुरी होगा ।  देखा न टेक्नोलॉजी न होने से कितना घाटा है | कुछ लोग तो कह रहे है सिर्फ धर्म ही नहीं मोम डैड का नाम भी चाहिए होगा ।  और अगर जरुरत पड़े तो साईं का DNA test करवा लीजिये सब दूध का दूध और मलाई की मलाई  हो जाएगी । ज्यादा हो तो पापुलेशन register उठा सकते है और किस का भी  नाम ढूंढ सकते हैं ।  ये बात हसने की नहीं है साहब अगर आप को पता लगे की आप जिसको कुछ मान के बैठे है वो कुछ और ही निकले ।  अगर ऐसा होता है तो हो सकता है की किसी भगवान पे false personation का केस बना दिया जाये और धारा 205 का उल्लंघन मान लिया जाये अब तो उन लोगों को भी विश्वास हो गया होगा जो भारत की judiciary को गलत समझते थे अरे भाई जहाँ भगवानो का फैसला हो तो आम cases की क्या बात की जाए ।  ये बात तो तय है की ऐसे कई लोग होंगे मेरी तरह जो भगवान नहीं मान पाते पर भगवान अगर है तो वो जरूर मान गया होगा की अगर हिन्दुस्तान में रिश्वत न दे सको और document भी पूरे न हो तो  कोई कहीं का भगवान बना रहे rules are rules और अगर सर्टिफिकेट नहीं है तो भगवान की position भी छिन सकती है। 

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